आपके नाम ज़िन्दगी कर दी.. April 10, 2017 इंतहा आज इश्क़ की कर दी आपके नाम ज़िन्दगी कर दी था अँधेरा ग़रीब ख़ाने में आपने आ के रौशनी कर दी देने वाले ने उनको हुस...Read More
सियासत नफ़रतों का ज़ख्म भरने ही नहीं देती April 10, 2017 बहुत पानी बरसता है तो मिट्टी बैठ जाती है न रोया कर बहुत रोने से छाती बैठ जाती है,.,.!!! यही मौसम था जब नंगे बदन छत पर टहलते थ...Read More
हुस्न पर जब कभी शबाब आया.. March 19, 2017 हुस्न पर जब कभी शबाब आया सारी दुनिया में इंक़लाब आया मेरा ख़त ही जो तूने लौटाया लोग समझे तेरा जवाब आया उम्र...Read More
कितनी पी कैसे कटी रात मुझे होश नहीं October 25, 2016 कितनी पी कैसे कटी रात मुझे होश नहीं रात के साथ गई बात मुझे होश नहीं मुझको ये भी नहीं मालूम कि जाना है कहाँ थाम ले कोई म...Read More
तुझे मैं गुनगुनाना चाहता हूँ-Tujhe Main Gungunana Chahta Hun.. October 18, 2016 अपने होंठों पर सजाना चाहता हूँ आ तुझे मैं गुनगुनाना चाहता हूँ कोई आँसू तेरे दामन पर गिराकर बूँद को मोती बनाना चाहता हूँ ...Read More
अपने होंठों के ये थिरकते जाम पिलाकर-Apne Honthon ke Thirakte Jaam Pilakar.. October 07, 2016 कभी कुछ इस तरह भी मेरे साथ खास कीजिये आप हमें दिल से बेइंतेहा प्यार कीजिये हम ही करते हैं पहल चाहत की गुफ़्तगू की मोहब्बत की कभ...Read More
मुद्दतों बाद-Muddaton Baad.. September 16, 2016 बस गयी है मेरे अहसास में ये कैसी महक कोई खुशबू मैं लगाऊं , तेरी खुशबू आये मैंने दिन रात खुदा से ये दुआ मांगी थी कोई आहट न ...Read More