तू मुझे नींद में बुला तो सही-Tu Mujhe Neend me Bula Toh Sahi
दिल की नज़रों से गर पढ़े मुझको
आसमानी किताब हो जाऊँ,.,
अपने होंठों से मुझको चख तो जरा
आसमानी किताब हो जाऊँ,.,
अपने होंठों से मुझको चख तो जरा
मैं भी शायद शराब हो जाऊँ,.,
उम्र मुझको बना ले गर अपनी
रात-दिन का हिसाब हो जाऊँ..
रात-दिन का हिसाब हो जाऊँ..
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