उदास लम्हो ने कुछ यादें चुराई हैं मेरे बीते हुए कल की जो गहरी परछाईं है आज फिर दिल में एक कसक उठ आई है शायद दर्द का दूसरा नाम ही जुदाई है.. ये बारिशें भी तुम सी हैं..
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